पहाड़ों से इश्क़
हेलो, दोस्तों कैसे हो आप लोग, आज मैं आपको अपनी एक कविता सुनाने जा रहा हूँ जिसका टाइटल है पहाड़ों से इश्क़ ! आइये शुरू करते है ये दिल अब…
हेलो, दोस्तों कैसे हो आप लोग, आज मैं आपको अपनी एक कविता सुनाने जा रहा हूँ जिसका टाइटल है पहाड़ों से इश्क़ ! आइये शुरू करते है ये दिल अब…
हेलो दोस्तों, मैं कृष्णा, हाज़िर हूँ एक और fake love shayari कविता लेकर ! आज की ये कविता प्यार मोहब्बत की सच्चाई बताने के लिए लिखी है तो चलिए सफर…
love poem for her मैं अपने दिल में किसी और को जगह दे दूं ये गलत बात है, मैं प्यार भरी नजरो से किसी और को देखू ये गलत बात…
मै हमारी मोहब्बत पर एक किताब लिखूंगा... जहा जहा तुझे लिखूँगा वह वह ख़्वाब लिखूंगा... अपने ख्याल लिखूंगा...हमारी पहली मुलाक़ात लिखूंगा... और तेरे बिना जो कटे दिन...में उन दिनों का…
ये वो है जो आपकी हरएक समस्या मे हमेशा आपके साथ अकेले खड़े होंगे। और हाँ आपके हरएक गलती की वो! आपको हमेशा माफ़ी भी जरुर दे देंगे। हाँ माना…
नींदें मुझे रातों में जब, मेरी ना होकर सताती थी ! उसकी तस्वीरें देखता मैं, वही मुझे सुलाती थी ! करता खुद से मैं उसकी बातें, वो जैसे सुन जाती…
तुम चाँद बनो, हम रात बनें तुम गीत बनो ,हम साज़ बनें छू न लें क्यूँ, हम उस बादल को तुम पँख बनो, हम परवाज़ बनें ढल जाएं चलो,इक साँचे…