एक बार एक घड़ी सजना तुम काम करना

एक बार एक घड़ी सजना तुम काम करना, देख कर मेरा चेहरा खुदा को सलाम करना ! मांगा है तुम को हर दुआ की चुप्पी में, गर कभी मैं चुप…

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दुश्मनी तेरी मेरी

ग़ैरत-ए-इंसान सुन कर पानी-पानी हो गई, दुश्मनी जब तेरी - मेरी खा़नदानी हो गई ! रख न पाया उम्र भर मैं यार अपना ही ख़्याल, किस तरह ख़्वाबों की तेरे…

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