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bachpan

देखो लौट के ख़ामोश इतबार आ गया है

फिर दिलाने एहसास मेरे अकेलेपन का, देखो लौट के ख़ामोश इतबार आ गया है। शाम कब रात हो जाती है पता नहीं लगता, दोस्त जब बड़े हो जाते हैं कुछ…

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